*मैंने इस्तीफा अपने स्वार्थ के लिए नहीं,बल्कि नालागढ़ के विकास के लिए दिया- ठाकुर
कांग्रेस के नेताओं की शह पर फल फूल रहा नशे का कारोबार
नालागढ़ भाजपा विधानसभा उपचुनाव प्रत्याशी के एल ठाकुर ने नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों में जनसंपर्क अभियान कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद, मैंने इस सरकार को बाहर से समर्थन दिया और नालागढ़ की जनता से किए हर वायदे को पूरा करने के लिए जोर-शोर से विधानसभा में मुद्दे उठाए। लेकिन सत्ता के नशे में चूर कांग्रेस सरकार ने हमारे क्षेत्र की उचित मांगों को पूरा करने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं, जो काम मैंने पूर्व भाजपा सरकार में स्वीकृत करवाए थे, उन सभी को डिनोटिफाई कर दिया गया। नालागढ़ के हर क्षेत्र में तालाबंदी कर दी गई।
उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के समय स्वीकृत सभी स्वास्थ्य संस्थान सुक्खू सरकार ने बंद किए। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पंजेहरा और डोली को बंद कर दिया गया। सिविल अस्पताल नालागढ़ को 200 बिस्तर हेतु अपग्रेड करवाया गया था, उस पर भी इस सरकार ने 6रोक लगा दी। पूर्व भाजपा सरकार में खोले गए राजकीय कॉलेज बरूणा को बंद कर दिया गया। स्वारघाट में सरकारी कॉलेज को भी बंद कर दिया। स्कूली बच्चों को दी जा रही वर्दियां बंद कर दी गईं और कई ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे सरकारी बस रूटों को बंद कर दिया गया, जिससे बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित किया गया।
प्रदेश की वर्तमान सरकार ने डी०एम०एफ०टी० के तहत अलग-अलग पंचायतों के लगभग 2.5 करोड़ के विकास कार्य बंद कर दिए गए। रामशहर में खोले गए बी०डी०ओ० कार्यालय को बंद कर दिया गया। नालागढ़ के विकास के लिए कांग्रेस सरकार ने कोई भी योजना अथवा प्रोजेक्ट स्वीकृत नहीं किया। दभोटा में पुल के निर्माण कार्य को रोक दिया गया।
उन्होंने कांग्रेस पर वार करते हुऐ कहा कि कांग्रेस से जुड़े नेताओं की शह पर नालागढ़ और आसपास के क्षेत्रों में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। बेरोजगार युवाओं को नशे की आदत लगवाकर उन्हें मौत के मुंह में धकेला जा रहा है। पिछले डेढ़ साल में ही नालागढ़ क्षेत्र में 200 से अधिक युवाओं की नशे के कारण मौत हो चुकी है, किन्तु सरकार सोई हुई है। जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है, नालागढ़ में बाहरी प्रत्याशी द्वारा गुंडागर्दी फैलाई जा रही है। उद्योगों में सरेआम गुंडागर्दी करके गुंडा टैक्स लिया जा रहा है। क्षेत्र में भाईचारे के वातावरण को खराब किया जा रहा है। युवाओं को नशे की ओर ले जाकर आपसी सदभावना को खराब करने की कोशिश हो रही है, जो नालागढ़ के लिए चिंता का कारण है।
उन्होंने कहा की आज स्थिति यह है कि नालागढ़ में उद्योग धंधे बंद होने की कगार पर है। हिमाचल प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण बी०बी०एन०डी०ए० को करोड़ों के फंड बंद कर दिए गए। पिछले डेढ़ साल में महज दो लाख के फंड दिए गए। उद्योगों पर तरह-तरह के टैक्स और बिजली दरों में बेतहाशा बढ़ोतरी के कारण उद्योगों का नालागढ़ क्षेत्र से पलायन लगातार जारी है, जिससे हजारों युवा बेरोजगार हो रहे हैं। 5 लाख नौकरियां देने का वायदा करने वाली कांग्रेस सरकार ने नालागढ़ के एक भी युवा को रोजगार नहीं दिया।
उन्होंने अपने विधायक पद से दिए इस्तीफे के ऊपर कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार खजाना खाली होने का रोना रोती रही। साथ ही यह भी कह रही है कि मुख्यमंत्री ने नालागढ़ क्षेत्र में 90 करोड़ की योजनाओं के उद्घाटन किए, लेकिन सच्चाई यह है कि उनमें 75 करोड़ “प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना” और 15 करोड़ “जल जीवन मिशन” के तहत किए गए कार्य थे, जो कि केंद्र सरकार की योजनाएं हैं। साथियों, जो क्षेत्र पूरे प्रदेश को सबसे अधिक राजस्व देता है, उसकी घोर उपेक्षा मेरे लिए अत्यंत पीड़ादायक है।
तत्पश्चात उन्होंने जनता से कहा कि आप सभी का आशीर्वाद और समर्थन मुझे हमेशा प्रेरित करता है नालागढ़ के विकास के लिए संघर्ष कर हमारे क्षेत्र को एक नई दिशा में ले जाना है।