हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से प्रवर्तन निदेशालय के छापे पड़े हैं. बुधवार को सुबह-सवेरे ही ईडी की विभिन्न टीमों ने ऊना से लेकर कांगड़ा तक छापेमारी की. बताया जा रहा है कि कांगड़ा में कांग्रेस नेता के एक निजी अस्पताल में ईडी की टीम ने रिकॉर्ड को खंगाला है. ये अस्पताल हिमाचल कांग्रेस के एक कद्दावर नेता के स्वामित्व वाला है.
इसके अलावा देहरा से कांग्रेस टिकट के चाहवान रहे नेता के यहां भी छापे पड़ने की सूचना है. कांग्रेस नेता के कांगड़ा के समीप एक निजी अस्पताल के बाहर सीआरपीएफ के सशस्त्र जवान भी तैनात हैं. देहरा में कांग्रेस नेता के बालाजी अस्पताल में भी जांच चल रही है. इससे पहले भी ईडी की टीम ने हमीरपुर व ज्वालामुखी में रेड की थी. ईडी के छापों से हिमाचल में राजनीतिक हलचल मच गई.
आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी की आशंका
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी को लेकर ये छापेमारी की जा रही है. योजना के तहत करोड़ों का हेरफेर होने की आशंका है. इसी कारण कांग्रेस नेताओं के ये बड़े निजी अस्पताल निशाने पर आए हैं. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता के कांगड़ा स्थित अस्पताल व नगरोटा बगवां स्थित ठिकानों पर ईडी की छापेमारी को लेकर काफी समय से हलचल मची थी और आशंका जताई जा रही थी कि कभी भी छापेमारी हो सकती है. इस बार की रेड इसलिए चर्चा में है कि ईडी की एक बड़ी टीम आई हुई है. इस टीम की सुरक्षा में काफी संख्या में सीआरपीएफ के जवान भी शामिल हैं.
आयुष्मान भारत योजना के फेक कार्ड से करोड़ों का भुगतान!
बताया जा रहा है कि ईडी ने कांग्रेस नेता आरएस बाली के कांगड़ा स्थित फोर्टिस अस्पताल, डॉ. राजेश शर्मा के बालाजी अस्पताल व ऊना में एक निजी अस्पताल श्री बांके बिहारी हेल्थकेयर पर छापेमारी की है. ईडी के पास पुख्ता शिकायतें थीं कि आयुष्मान भारत योजना में इन निजी स्वास्थ्य संस्थानों में वित्तीय धांधली हुई है. ये भी बताया जा रहा है कि इसमें करोड़ों रुपए का हेरफेर किया गया है. शिकायत मिलने के बाद प्रारंभिक जांच की गई तो कुछ सबूत मिले, जिसके बाद गुरुवार को ये छापेमारी की गई है. एक साथ सभी ठिकानों पर छापे मारे गए हैं.