नालागढ़ में 28,140 लोमोटिल की प्रतिबंधित नशीली गोलियां पुलिस ने बरामद की नशे के सरगना के फ्रीज किए गए बैंक खाते और आगे की कार्रवाई शुरू
पुलिस जिला बद्दी में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत थाना नालागढ़ पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। तस्करों के इस गिरोह की परतें उधेड़ दी गई हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक,पुलिस जिला बद्दी अशोक वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया पुलिस जिला बद्दी में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत थाना नालागढ़ पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है !
पुलिस ने सुरेश कुमार, पुत्र नंद लाल, निवासी किरपालपुर, तहसील नालागढ़, जिला सोलन की पिकअप गाड़ी से 28,140 लोमोटिल की प्रतिबंधित नशीली गोलियां बरामद की गईं। यह गिरोह नशे के जाल को और भी गहरा करने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने समय रहते इन पर शिकंजा कस दिया।
2. आरोपी वीर चंद की साजिश:
तफ्तीश में खुलासा हुआ है कि वीर चंद, पुत्र पोहूलाल, निवासी कालीवाड़ी, तहसील नालागढ़, जिला सोलन ने इन गोलियों की डील सुरेश कुमार से की थी। 15.03.2024 को 27,000/- रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर इस साजिश को अंजाम दिया गया। पिछले कुछ महीनों में वीर चंद ने सुरेश कुमार के खाते में कुल 3,55,502/- रुपये ट्रांसफर किए थे, जिससे इनके गहरे रिश्तों का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, नालागढ़ शाखा से वीर चंद के खातों की जांच की, जिसमें 5,35,918 रुपये की शेष राशि और 17,30,538 रुपये की चार एफडी (FD) मिलीं। कुल मिलाकर 22,66,456/- रुपये की संपत्ति को फ्रीज कर दिया गया है।
3. उत्तर प्रदेश से नशीली गोलियों की आपूर्ति:
इस जांच में यह भी सामने आया है कि सुरेश कुमार ने इन नशीली गोलियों को उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से महावीर, पुत्र कैलाश चंद से खरीदा था। 16.03.2024 और 17.03.2024 को महावीर के खाते में 39,000/- रुपये ट्रांसफर किए गए। इसके अलावा, 30.11.2023 से 17.03.2024 तक सुरेश कुमार ने कुल 4,23,060/- रुपये ट्रांसफर किए थे।
4. फ्रीज किए गए बैंक खाते और आगे की कार्रवाई:
पुलिस ने वीर चंद के बैंक खाते में जमा 22,66,456/- रुपये को फ्रीज कर दिया है और इस नशे के कारोबार की जड़ तक पहुंचने के लिए अन्य विभागों से जानकारी इकट्ठा कर रही है। जल्द ही अन्य दोषियों को भी सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
पुलिस जिला बद्दी दृढ़ता से इस मिशन में जुटी हुई है और नशे के खिलाफ यह कार्रवाई जारी रहेगी। इस मामले की तफ्तीश से यह स्पष्ट हो चुका है कि नशे के सौदागर कानून की पकड़ से नहीं बच सकते।