HRTC नालागढ़ डिपो ने पेश की ईमानदारी की मिसाल: यात्री को 5 महीने बाद लौटाया नगदी से भरा पर्स
हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के नालागढ़ डिपो ने अपनी ईमानदारी और जिम्मेदारी का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है. दिल्ली के एक युवक का पांच महीने पहले HRTC बस में छूटा पांच हजार रुपये नगद और जरूरी दस्तावेजों से भरा पर्स सुरक्षित उसके मालिक तक पहुंचा दिया गया है.
कैसे हुई यह घटना?
लगभग पांच महीने पहले दिल्ली के एक युवक का पर्स नालागढ़ डिपो की एक बस में छूट गया था. बस के चालक और परिचालक ने तत्परता दिखाते हुए यह पर्स नालागढ़ बस अड्डा प्रभारी और मुख्य निरीक्षक फतेह मोहम्मद को सौंप दिया था.
मुख्य निरीक्षक फतेह मोहम्मद ने पर्स को अपनी दराज में सुरक्षित रख लिया और इंतजार करने लगे कि शायद यात्री इसे लेने आए. जब पांच महीने तक कोई पर्स लेने नहीं आया, तो चार दिन पहले उनकी नजर दोबारा उस पर्स पर पड़ी. उन्होंने तुरंत पर्स में मौजूद दस्तावेजों की मदद से मालिक की जानकारी जुटाई और उससे संपर्क किया. यात्री ने पुष्टि की और नालागढ़ बस अड्डे पहुंचकर सभी आवश्यक सत्यापन प्रक्रिया पूरी की, जिसके बाद उसे उसका पर्स लौटा दिया गया.
पैसे थे सुरक्षित
ड्राइवर ड्यूटी इंचार्ज सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पर्स में रखी पूरी नकदी ज्यों की त्यों सुरक्षित थी. उन्होंने यात्रियों से अपील की है कि यदि उनका कोई सामान बस में छूट जाता है, तो वे तुरंत नजदीकी बस अड्डे या HRTC कार्यालय से संपर्क करें. निगम ऐसे मामलों में खोया हुआ सामान सुरक्षित रखने और मालिक तक पहुंचाने का पूरा प्रयास करता है.
यह घटना दर्शाती है कि ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा आज भी हमारे समाज में जीवित है. यह HRTC नालागढ़ डिपो की सराहनीय पहल है, जो सार्वजनिक सेवाओं में विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ावा देती है.
